गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई प्लॉट डिकोड: अमेरिका के सबसे अच्छे रिश्तों को देखते हुए ये उम्मीद जताई जा सकती है कि अमेरिका के अनमोल बिश्नोई को भारत के साथ जोड़ा जा सकता है। पर सवाल यह है कि क्या भारतीय कानून के मामले में भी अनमोल बिश्नोई गैंग पर बिजली गिराई जा सकती है? ये सवाल इसलिए भी उठ रहा है, क्योंकि अनमोल का बड़ा भाई बदनाम लॉरेंस बिश्नोई पिछले दस साल से जेल में बंद है, लेकिन इसके बावजूद उसका गैंग बेरोक-टोक और बेखौफ काम कर रहा है।
अनमोल के संपर्क थे स्ट्रीमिंग स्टार्स
11 अक्टूबर को, मुंबई के रात रेस्टोरेंट में बाबा की हत्या के बाद दो स्टार्स गुरमैल सिंह और दिमित्री कश्यप को गिरफ्तार कर लिया गया था। मुंबई पुलिस के कार्यालय के कार्यालय के अनुसार ये दोनों स्क्रीला अवकाश से पहले अनमोल के साथ लगातार संपर्क में थे। उनसे स्नैपचैट के माध्यम से बातचीत कर रहे थे। इस सरकारी केस की साजिश से जुड़े कुल 10 लोगों को अब तक पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
स्नैपचैट के माध्यम से बातचीत
इनमें से शोरूम को प्लॉट में शामिल लोगों के पास से कुल 4 फोन मिले हैं। इन फोन से भी इस बात की तस्दीक होती है कि पहली बार अनमोल बिश्नोई के साथ स्नैपचैट के माध्यम से संपर्क किया गया था। कंपनी के ऑफिशियल्स के मुताबिक जिन 3 फिल्मों को ये काम दिया गया था यानी गुरमैल सिंह, कॉमेडियन कश्यप और शिवकुमार। ये तीन ही अलग-अलग वक्त में अनमोल बिश्नोई से स्नैपचैट पर बात कर रहे थे। हालाँकि शिवकुमार की गर्लफ्रेंड अभी बाकी थी।
गैलेक्सी शूटआउट में भी वॉन्टेड है अनमोल
कंपनी के शेयर बाजार की माने तो ये पहला ऐसा सबूत है जो ये साबित करता है कि बाबा मौलाना बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में थे। हालाकी मुंबई पुलिस को ये बात चौंकाती नहीं है। क्योंकि इसी साल अप्रैल में सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर जो शूटआउट हुआ था, उसमें भी अनमोल बिश्नोई चाहते थे।
अनमोल को दस लाख का समर्थक घोषित किया गया
गिरफ्तार किए जा रहे 10 लोगों से पूछताछ के बाद अब लगभग ये तस्वीर भी साफ हो गई है कि बाबा की फिल्म में गोली चलाने वालों में मेन कैटरीना की भूमिका शिवकुमार ने निभाई थी। इसी बीच नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी ने लॉरेंस के भाई अनमोल के सिर पर 10 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट बंद कर दिया था।
एनआईए को सबसे पहले मिली थी अनमोल की तलाश
ये कदम उठाया सलमान खान के घर गैलेक्सी पर गॉल के केस में और अब बाबा मौलाना केसरी में स्टार्स के साथ अनमोल बिश्नोई के कॉन्टैक्ट्स में रहने के सबूत सामने आने के बाद बने हैं। हालाँकि, अनमोल बिश्नोई की स्मारक को पहले से ही तलाश है। सिद्दू मूसेवाला डेमोक्रेट केस के बाद से ही वो बेकार हो गया था।
सोशल मीडिया पर सामने आई थी अनमोल की तस्वीरें
सबसे पहले उसे एक में देखने की खबर आई थी. लेकिन फिर दो साल पहले अप्रैल 2023 में अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के बेकर्सफील्ड में अनमोल बिश्नोई ने एक कार्यक्रम दिखाया था। पंजाबी सिंगर औजला और शेरीमैन के इस प्रोग्राम में अनमोल की स्टेज पर सेल्फी ली हुई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आईं थीं। हालांकि अनमोल के सोशल मीडिया पर कई पोस्ट डाले गए, खासकर फेसबुक पर जो डाले गए थे। जब उसके एड्रेस एड्रेस के एड्रेस के बारे में मतभेद हुआ तो पता चला कि एड्रेस एड्रेस का एड्रेस पुर्तगाल का है।
ज़मानत मुलाक़ात के बाद बच्चा अनमोल हो गया
विरोधियों के अनुसार सिद्दू मूसवाला के गिरोह के बाद पुलिस से भागने के लिए लॉरेंस ने अपने भाई अनमोल बिश्नोई को फर्जी पासपोर्ट के जरिए नेपाल के रास्ते दुबई, फिर दुबई से चीन और वहां से अमेरिका भेज दिया। सिद्दू मूसेवाला और सलमान खान के घर गैलेक्सी पर शूटआउट में अनमोल बिश्नोई सहित कुल 11 टैटू शामिल हैं। देश से सबसे पहले अनमोल एक मोरक्को केश में राजस्थान के जोधपुर जेल में बंद था। 7 अक्टूबर 2021 को उस केज़र्स में ज़मानत मीटिंग के बाद वो बाहर आया। उसके बाद फिर कभी कानून का हाथ नहीं लगा। इसके बाद ही उनके सिर पर 10 लाख रुपये का विज्ञापन जारी किया गया था।
अनमोल की गर्लफ्रेंड से गैंग पर असरदार
वैसे बेशक अनमोल बिश्नोई इस वक्त अमेरिका में राज करते हैं, भारत अमेरिका के नाम को देखते हुए कहते हैं कि वो भारतीय कानून के बारे में भी जानते हैं। लेकिन सवाल यह है कि भारत लाए और जेलों के पीछे के दिशानिर्देश दिए जाएं, फिर भी लॉरेंस बिश्नोई का गिरोह कैसे खत्म होगा? लॉरेंस पिछले दस साल से भारत की ही जेल में बंद है। ये बात किसी से नहीं कि मित्र दस सामीर में उसका साम्राज्य तेजी से बढ़ा है। यानी कुल मिला कर सिर्फ जेल की सीमा के पीछे के हिस्से से क्राइम कम नहीं हुआ. वैसे ही उनके अजीज़ गोल्डी बाराड देश से दूर कनाडा में रुके हुए हैं।
(सुप्रतिम बनर्जी और मनीषा झा के साथ मुंबई से दिव्येश सिंह का गिरोह)